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भारतीय समाज की जनसांख्यिकी संरचना Important short and long questions Chapter 1 Class 12 Sociology Demographic Structure of Indian Society bharatiy samaaj kee janasankhyiki sanrachana 2024-25

भारतीय समाज की जनसांख्यिकी संरचना  Important questions


प्रश्न -  जनसांख्यिकी किसे कहते हैं?

उत्तर - 

  • जनसांख्यिकी  जनसंख्या का सुव्यवस्थित अध्ययन होता है इसे 'जनांकिकी' भी कहा जाता है
  • यूनानी भाषा के दो शब्दों से मिलकर बना है Demos Graphien से बना है Demos का अर्थ होता है लोग तथा Graphien का अर्थ होता है वर्णन इसका अर्थ होता है जनसंख्या का अध्ययन   

जनसांख्यिकी के अंतर्गत निम्नलिखित चीजों का अध्ययन किया जाता है:  

  • जनसंख्या के आकार में परिवर्तन
  • जन्म, मृत्यु तथा प्रवसन के स्वरूप
  • जनसंख्या की संरचना और गठन 


प्रश्न - जनसांख्यिकी के विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिये

उत्तर -  

जनसांख्यिकी के प्रकार

1. आकारिक जनसांख्यिकी

  • जनसंख्या के आकार यानी मात्रा का अध्ययन किया जाता है

2. सामाजिक जनसांख्यिकी 

  • जनसंख्या के सामाजिक, आर्थिक या राजनीतिक पक्षों पर विचार किया जाता है



प्रश्न - शिशु मृत्यु दर क्या है?

उत्तर -  

  • जीवित पैदा हुए 1000 बच्चों में से एक वर्ष की आयु से पहले मृत बच्चों की संख्या 



प्रश्न -भारत जनसांख्यिकीय लाभांश से कैसे लाभान्वित होता है?

उत्तर -  

  • गिरता हुआ पराश्रितता अनुपात को कभी-कभी जनसांख्यिकीय लाभांश अथवा आयु संरचना के परिवर्तन से प्राप्त होने वाला फ़ायदा कहा जाता है
  • यह लाभ की स्थिति अल्पकालीन होती है क्योंकि कार्यशील आयु वाले लोगों का बड़ा वर्ग आगे चलकर काम न करने वाले बूढ़े लोगों के रूप में बदल जाता है।

भारत कैसे लाभान्वित होता है :

  • श्रमशक्ति
  • उपभोक्ता बाजार
  • नवीनता और उद्यमिता
  • स्वास्थ्य और शिक्षा पर निवेश
  • आर्थिक स्थिरता



प्रश्न - जनसांख्यिकीय आंकड़ों का महत्व बताइए।

उत्तर -  

  • नीति निर्माण और योजना
  • संसाधन आवंटन
  • सामाजिक सेवाएँ
  • जनसंख्या वृद्धि और प्रवास
  • सामाजिक बदलाव और विकास



प्रश्न - राज्य की बदलती हुई भूमिका ने किस प्रकार समाजशास्त्र के विकास को प्रोत्साहित किया  

उत्तर -  

  • जनसांख्यिकी के कारण ही समाजशास्त्र का उद्भव एक अलग अकादमिक विषय के रूप में हुआ है
  • 18 वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में यूरोप में दो अलग प्रक्रियाएं लगभग एक साथ घटित हुई :

पहली - राजनीतिक संगठन के रूप में राष्ट्र राज्यों की स्थापना

दूसरी - आंकड़ों से संबंधित आधुनिक विज्ञान सांख्यिकी की शुरुआत

आगे चलकर इस आधुनिक किस्म के राज्य ने अपनी भूमिका और कार्य का विस्तार करना शुरू कर जैसे :

  • स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रबंधन
  • पुलिस और कानून व्यवस्था में सुधार 
  • कृषि तथा उ‌द्योग संबंधी आर्थिक नीतियों में सुधार
  • राजस्व, उत्पादन में सुधार
  • शासन व्यवस्था में सक्रिय रूप से दिलचस्पी लेना

इसी कारण राज्य ने समाज से सम्बन्धित आंकड़ों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया और समाज का अध्ययन शुरू हो गया 



प्रश्न - बच्चे के लिंग का निर्धारण करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक का नाम बताएं।

उत्तर -  

1. अल्ट्रासाउंड

2. नॉनइनवेसिव प्रीनेटल टेस्टिंग (NIPT)

3. कोरियोनिक विलस सैंपलिंग (CVS)



प्रश्न- राष्ट्रीय आपातकाल के समय परिवार नियोजन कार्यक्रम असफल क्यों रहा ?

उत्तर -  

  • भारत पहला देश था जिसने 1952 में अपनी जनसंख्या नीति की घोषणा कर दी थी।
  • जनसंख्या नीति ने राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम के रूप में एक ठोस रूप धारण किया 
  • राष्ट्रीय आपातकाल से परिवार नियोजन के कार्यक्रम को गहरा धक्का लगा।
  • आपातकाल में ज़ोर-ज़बरदस्ती जनसंख्या की वृद्धि दर को नीचे लाने का प्रयत्न किया
  • जनता ने विरोध किया और अगली सरकार ने इसको वापिस ले लिया
  • आपातकाल में वंध्यकरण के माध्यम से जनसंख्या को नियंत्रित करने की कोशिश की गयी थी  

1. पुरुषों के मामले में  नसबंदी (vasectomy) 

2. स्त्रियों के लिए नलिकाबंदी (tubectomy) 



प्रश्न- प्रतिस्थापन स्तर से क्या तात्पर्य है?

उत्तर - 

  • ऐसी अवस्था जिसमे जितने बूढ़े लोग मरते हैं उनका खाली स्थान भरने के लिए उतने ही नए बच्चे पैदा हो जाते है।



प्रश्न- स्त्री पुरुष अनुपात से आप क्या समझते हैं?

उत्तर -

  • प्रति हजार पुरुषों पर निश्चित अवधि के दौरान स्त्रियों की संख्या। 



प्रश्न- स्त्री पुरुष अनुपात से आप क्या समझते हैं?

उत्तर -

  • प्रति हजार पुरुषों पर निश्चित अवधि के दौरान स्त्रियों की संख्या। 



प्रश्न- भारत में जनगणना के इतिहास पर चर्चा कीजिये?

उत्तर - 

  • भारत में जनगणना का कार्य सबसे पहले अंग्रेजों द्वारा शुरू किया गया
  • 1867-1872 के बीच अंग्रेजों ने जनगणना का प्रयास किया 
  • भारत में 1881 से हर 10 वर्ष बाद जनगणना की जाती है
  • जब भारत आजाद हुआ तब भी इस 10 वर्षीय जनगणना प्रणाली को अपनाए रखा
  • स्वतंत्र भारत में 1951 से 2011 तक कुल 7 बार जनगणना हो चुकी है



प्रश्न- माल्थस  द्वारा जनसंख्या नियन्त्रण के कौन से तरीके बताये गये है ?

उत्तर - 

  • माल्थस द्वारा जनसंख्या नियंत्रण के तरीके दो तरीके बताये गये है:  

1. कृत्रिम निरोध : बड़ी उम्र में विवाह, यौन संयम, ब्रह्मचर्य का पालन

2. प्राकृतिक निरोध : अकाल, बीमारियां प्राकृतिक निरोध अनिवार्य होते हैं क्योंकि वही खाद्य आपूर्ति और बढ़ती हुई जनसंख्या के बीच असंतुलन को रोकने के प्राकृतिक उपाय है



प्रश्न- भारत में कृषि आधारित जीवन शैली का महत्व क्यों घट रहा है ?

उत्तर - 

  • कृषि आधारित ग्रामीण जीवन शैली का आर्थिक और सामाजिक महत्त्व घट रहा 
  • शहर ग्रामीण जनता को चुंबक की तरह अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं।
  • दूसरी तरफ उद्योग आधारित नगरीय जीवन शैली का महत्त्व बढ़ रहा है 
  • कृषि देश में सबसे अधिक योगदान देती थी लेकिन आज जीडीपी में उसका योगदान बहुत कम हो गया है।
  • गाँवों में रहने वाले लोग गाँव में काम नहीं करते हैं। 
  • ग्रामीण लोग खेती से अलग व्यवसायों को अधिक अपनाते जा रहे हैं।
  • गाँवों में साझी संपत्ति के संसाधनों में कमी आती जा रही है
  • शहरों में गुमनामी की जिंदगी जी जा सकती है।
  • नगरीय जीवन में अपरिचितों से संपर्क होता रहता है
  • अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों जैसे सामाजिक रूप से पीड़ित समूहों को शहरी रहन-सहन अपमानजनक स्थिति से बचाता है



प्रश्न- माल्थस के जनसंख्या वृद्धि के सिद्धांत की व्याख्या कीजिये

उत्तर -  

  • माल्थस का जनसंख्या वृद्धि का सिद्धांत
  • माल्थस का सिद्धांत  (एन एस्से ऑन द प्रिन्सपल ऑफ पॉपुलेशन, 1798)
  • जनसंख्या का वृद्धि सिद्धांत एक निराशावादी सिद्धांत
  • जनसंख्या का विस्तार - 2,4,8,16, 32, 64
  • कृषि उत्पादन में वद्धि 2,4,6,8,10

माल्थस के अनुसार 

  • मनुष्य की जनसंख्या, मनुष्य के भरण-पोषण के साधन की तुलना में अधिक तेजी से बढ़ती है
  • मनुष्य को दंडित किया जाता है सदा ही गरीबी की हालत में जीने के लिए 
  • कृषि उत्पादन की वृद्धि हमेशा ही जनसंख्या की वृद्धि से पीछे रहेगी
  • इसलिए समृद्धि को बढ़ाने का एक ही तरीका है जनसंख्या की वृद्धि को नियंत्रित किया जाए 
  • मनुष्य ने अपनी जनसंख्या को स्वेच्छापूर्ण घटाने की एक सीमित क्षमता ही होती है



प्रश्न- माल्थस के जनसंख्या वृद्धि के सिद्धांत की आलोचना किस प्रकार की गयी थी? 

उत्तर -  

  • इस सिद्धांत का खंडन यूरोपीय देशों के ऐतिहासिक अनुभव द्वारा किया गया
  • क्योकि कुछ लोगो ने बताया की आर्थिक समृद्धि जनसंख्या वृ‌द्धि से अधिक हो सकती है 
  • 19 वीं और 20वीं शताब्दी के आस पास  परिवर्तन होना शुरू हुआ अब जन्म दरें घट गई महामारियो पर नियंत्रण किया जाने लगा चिकित्सा सुविधाएं विकसित होने लगी 
  • माँल्थस की भविष्यवाणियां झूठी साबित कर दी गई जनसंख्या वृद्धि के बावजूद खाद्य उत्पादन और जीवन स्तर धीरे-धीरे बढ़ने लगा 
  • आलोचक कहते हैं गरीबी और भुखमरी जैसी समस्या जनसंख्या वृद्धि की बजाय, आर्थिक संसाधनों के असमान वितरण के कारण फैलती है
  • एक अन्यायपूर्ण सामाजिक व्यवस्था के कारण ही कुछ थोड़े से धनवान लोग विलास में जीवन बिताते हैं और बहुसंख्यक लोगों को गरीबी की हालत में जीना पड़ता है



प्रश्न- जनसांख्यिकीय संक्रमण सिद्धांत को विस्तार से समझाये 

उत्तर -

  • यह सिद्धांत हमे बताता है की जैसे ही समाज ग्रामीण खेतिहर और अशिक्षित से नगरीय औद्योगिक और साक्षर में परिवर्तित होता है तो वहां की उच्च जन्म दर और उच्च मृत्यु दर की स्थिति निम्न जन्म दर व निम्न मृत्यु दर में परिवर्तित हो जाति है   

  • इन परिवर्तनों को जनांकिकीय चक्र के रूप में जानते है 

ये परिवर्तन तीन अवस्थाओं में होते है

अवस्था ।

  • उच्च प्रजनन शीलता एवं उच्च मृत्यता महामारी और भोजन की अभाव जनसंख्या वृद्धि धीमी होती है लोग खेती के कार्य में लगे होते हैं जीवन प्रत्याशा निम्न होती है अधिकांश लोग अशिक्षित होते हैं प्रौद्योगिकी का अभाव होता है

अवस्था – II

  • प्रजननशीलता ऊंची बनी रहती है लेकिन समय के साथ घटती जाती है  यह अवस्था घटी हुई मृत्यु दर के साथ आती है यहां स्वास्थ्य संबंधी सुधार हो जाते हैं जिससे मृत्यु पर अंकुश लगाया जा सकता है

अवस्था – III

  • प्रजननशीलता और मृत्यु दोनों घट जाती हैं जनसंख्या या तो स्थिर हो जाती है या फिर काफी मंद गति से बढ़ती है जनसंख्या नगरीय और शिक्षित हो जाती है तकनीकी ज्ञान होता है विचार पूर्वक परिवार के आकार को नियंत्रित करती है


प्रश्न- 1921 के बाद मृत्यु दर में गिरावट आने के प्रमुख कारण कौन से थे

उत्तर -  

  • अकाल और महामारियो पर नियंत्रण बढ़ गया था
  • स्वास्थ्य सुविधाएं धीरे-धीरे ठीक होने लगी थी
  • टीकाकरण कार्यक्रम चलाए गए
  • स्वच्छता अभियान चलाए गए जिन्होंने महामारी पर नियंत्रण किया



प्रश्न- भारत में लिंगानुपात में गिरावट आने के मुख्य कारण क्या थे ?

उत्तर -  

  • स्त्री-पुरुष अनुपात, लैंगिक संतुलन का एक महत्त्वपूर्ण सूचक है 
  • 20वीं शताब्दी के शुरू में भारत में लिंगनुपात 972 था।  
  • 21 वीं शताब्दी के शुरू में स्त्री-पुरुष अनुपात घटकर 933 हो गया।



प्रश्न- भारत में लिंगानुपात में गिरावट आने के मुख्य कारण क्या थे ?

उत्तर -  

  • स्त्री-पुरुष अनुपात, लैंगिक संतुलन का एक महत्त्वपूर्ण सूचक है 
  • 20वीं शताब्दी के शुरू में भारत में लिंगनुपात 972 था।  
  • 21 वीं शताब्दी के शुरू में स्त्री-पुरुष अनुपात घटकर 933 हो गया।



प्रश्न- भारत में लिंगानुपात में गिरावट आने के मुख्य कारण क्या थे ?

उत्तर -  

  • स्त्री-पुरुष अनुपात, लैंगिक संतुलन का एक महत्त्वपूर्ण सूचक है 
  • 20वीं शताब्दी के शुरू में भारत में लिंगनुपात 972 था।  
  • 21 वीं शताब्दी के शुरू में स्त्री-पुरुष अनुपात घटकर 933 हो गया।

भारत में लिंगानुपात में गिरावट आने के मुख्य कारण 

  • स्त्रियों की स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं 
  • बच्चियों के प्रति भेदभावपूर्ण व्यवहार
  • शैशवावस्था में बच्चियों की देखभाल की घोर उपेक्षा
  • लिंग-विशेष का गर्भपात 
  • बालिका शिशुओं की हत्या



प्रश्न-आपातकाल के बाद परिवार नियोजन कार्यक्रम को समझाये ?

उत्तर -  

  • आपातकाल के बाद राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम का नाम बदलकर उसे राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम कहा जाने लगा और बंध्यकरण के लिए अपनाए जाने वाले दबावकारी तरीकों को छोड़ दिया गया। 
  • राष्ट्रीय जनसंख्या नीति, 2000 के अंतर्गत कुछ नए दिशानिर्देश तैयार किए गए हैं। 
  • 2017 में भारत सरकार ने इन सभी लक्ष्यों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति में नए लक्ष्यों के साथ निगमित कर लिया।







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